परिचय
शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव आम बात है, लेकिन जब बाजार अचानक गिरता है, तो निवेशकों में घबराहट बढ़ जाती है। 2020 में कोविड-19 महामारी के दौरान वैश्विक बाजारों में भारी गिरावट देखने को मिली थी। ऐसे में, निवेशकों को अपनी रणनीति सही रखनी चाहिए ताकि वे अपने पोर्टफोलियो को सुरक्षित रख सकें।
इस लेख में हम 2025 में
शेयर बाजार में गिरावट के दौरान निवेशकों के लिए 5 महत्वपूर्ण रणनीतियों पर चर्चा करेंगे।
Share Market Crash: इसका मतलब क्या है?
शेयर बाजार में गिरावट का अर्थ है शेयरों की कीमतों में अचानक और भारी गिरावट। यह गिरावट किसी वैश्विक संकट, आर्थिक मंदी या अन्य कारणों से हो सकती है। घबराहट के कारण निवेशक शेयर बेचने लगते हैं, जिससे बाजार और अधिक गिर सकता है।
जब Share Market Crash हो जाए तो क्या करें?
गिरते बाजार में घबराने के बजाय आपको समझदारी से निवेश करना चाहिए। आइए जानते हैं 5 जरूरी निवेश रणनीतियां:
1. घबराकर शेयर न बेचें (Avoid Panic Selling)
बाजार में गिरावट के समय अपने शेयर बेचने का मन हो सकता है, लेकिन घबराहट में लिया गया फैसला नुकसान पहुंचा सकता है। शेयर बाजार में हमेशा रिकवरी की संभावना रहती है, इसलिए लॉन्ग टर्म सोचें।
2. घबराकर खरीदारी से बचें
जब बाजार गिरता है, तो कम कीमत पर खरीदारी का आकर्षण बढ़ जाता है। लेकिन बिना रिसर्च किए अंधाधुंध निवेश करने से बचें। अपनी जोखिम उठाने की क्षमता को ध्यान में रखते हुए ही निवेश करें।
3. पोर्टफोलियो को रिबैलेंस करें (Portfolio Rebalancing)
बाजार में गिरावट के दौरान पोर्टफोलियो का संतुलन बनाए रखना जरूरी है। एसेट एलोकेशन को समय-समय पर जांचें और अपनी रणनीति को दोबारा तय करें।
4. टैक्स सेविंग के विकल्प अपनाएं
अगर किसी शेयर में नुकसान हो रहा है, तो टैक्स लॉस हार्वेस्टिंग जैसी रणनीतियों का लाभ उठाएं। इससे आप टैक्स की बचत कर सकते हैं और अपने निवेश को फिर से बेहतर तरीके से प्लान कर सकते हैं।
5. इमरजेंसी फंड तैयार रखें
शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव से बचने के लिए इमरजेंसी फंड बनाना बेहद जरूरी है। कम से कम 3-6 महीने के खर्च के बराबर धनराशि अलग रखें ताकि वित्तीय संकट के समय आपको परेशानी न हो।
निष्कर्ष
शेयर बाजार में गिरावट का डर सभी निवेशकों को होता है, लेकिन समझदारी से फैसले लेने से आप अपने निवेश को सुरक्षित रख सकते हैं। घबराने की बजाय लॉन्ग टर्म निवेश रणनीति अपनाएं, पोर्टफोलियो को संतुलित रखें और इमरजेंसी फंड बनाकर रखें।